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सांस फूलने की 7 आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?

saans fulne ki ayurvedic dawa in hindi यदि आपको साँस लेने में तकलीफ होती है तो आयुर्वेद में सांस फूलने की समस्या का रामबाण इलाज है जिनके नियमित उपयोग से आपकी यह समस्या काफी हद तक ठीक हो सकती है।  सांस फूलने के कई कारण हो सकते है जैसे – छाती में बलगम जमा होना, अस्थमा, फेफड़ो कमजोर होना।  आप चिकित्सक को जरूर दिखाए।  यदि आप आयुर्वेदिक उपचार लेना चाहते है तो इसमें कई तरीके है जिसमे कुछ यहाँ बताये गए है।

सांस फूलने की आयुर्वेदिक दवा

सांस फूलने की आयुर्वेदिक दवा कौन सी है? – Ayurvedic Medicine Of Breathing Problem In Hindi

आप पतंजलि की कुछ दवाओं के मेल से मिश्रण तैयार करके उपयोग कर सकते है। यहाँ पर कई तरीके बताये गए है लेकिन सेवन से पहले किसी अच्छे वैध का परामर्श जरूर ले।  

1 – पहला चूर्ण 

  •  100 ग्राम – मुलेठी क्वाथ 
  • 200 ग्राम – स्वशारी क्वाथ

दोनो चूर्ण या क्वाथ को मिला ले और चार सौ मिली लीटर पानी में एक चम्मच क्वाथ डालकर तब तक पकाये जबतक यह  इसका एक चम्मच 400 ml पानी मैं डालकर पकाइए तथा 100 mili liter तक न रह जाये।  फिर ठंडा कर खाली पेट उपयोग करे। 

2 – दूसरा चूर्ण 

  • 25 ग्राम – सीतोपलादी चूर्ण 
  •  10 ग्राम – प्रवाल पिष्टी
  •  10 ग्राम – त्रिकटु चूर्ण
  •  20 ग्राम – स्वशारी रस
  • 5 ग्राम – अभ्रक भस्म 
  • 1 ग्राम – स्वर्ण वसंत मालती रस

इन सभी को मिलाकर करीब साठ पुड़िया बनाये और भोजन करने के 30 मिनट पहले एक पुड़िया सुबह और एक शाम को पानी, शहद या दूध के साथ ले। 

3 –  अडूसा(Adusa) 

अडूसा औषधीय लाभों वाला पौधा है इसके द्वारा अस्थमा के उपचार का लाभ लिया जा सकता है।इसकी पत्तियों में  श्वासनली फ़ैलाने का रोचक गुण होता है जिससे साँस फूलने की समस्या से राहत मिल सकती है।

 (How to use Adusa for shortness of breath Treatment in Hindi)

अडूसा की पत्तियों का चूर्ण – शहद के साथ अडूसा की पत्तियों का क्वाथ करने से दमे के लक्षणों में आराम मिल सकता है मार्किट में इसका चूर्ण मिल जाता है।   

अडूसा की पत्तियों का काढ़ा – अडूसा की पत्ती को पहले सूखा ले और फिर पाउडर बनाकर एक कप गर्म पानी उबाले और जब 1/4 शेष बचे तो छानकर पिए। 

4 – पानी को गर्म करे और इसमें शहद डालकर इसका भाप ले।  इससे जमा हुए कफ को पतला होने और निकलने में आसानी हो सकती है। 

5 – तुलसी की पत्तियों का रस निकाले और इसमें मधु मिलकर सेवन करने से श्वास नली का इन्फेक्शन खत्म करने में मदद मिलती है।  इसे गुनगुने पानी में भी मिला सकते है। 

6 –सांस फूलने से परेशान है तो यूकेलिप्टस का तेल इस्तेमाल करें। इस तेल को सूंघने या पानी में डालकर भाप लेने से आपको तुरंत आराम पड़ता है। ये तेल सांस फूलने से राहत दिलाएगा।

 7 – जिनकी सांस फूलती है उन्हें कार्बोहाइड्रेट  और तैलिये डाइट कम करनी चाहिए और मौसमी फल और अंकुरित अनाज  सेवन अधिक करे। 

पेट की चर्बी के लिए कौन सी आयुर्वेदिक दवा सबसे अच्छी है? जानिए


 
डिस्क्लेमर 
 
इस लेख में बताई गयी साँस फूलने की आयुर्वेदिक दवा केवल सामान्य जानकारी के लिए है कृपया इनके उपयोग से पहले चिकित्सक  ले। 
 

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