पेट की चर्बी के लिए कौन सी आयुर्वेदिक दवा सबसे अच्छी है? जानिए
पेट की चर्बी घटाने के लिए त्रिफला चूर्ण, अश्वगंधा और गुग्गुल सबसे अधिक असरदार आयुर्वेदिक दवाएं होती है। लेकिन इनके अलावा भी आयुर्वेद में बहुत सी ऐसी प्राकृतिक औषधियां हैं जो चर्बी कम करने में कारगर साबित हो सकती हैं। आइए जानते हैं वे असरदार आयुर्वेदिक दवाएं और उनके फायदे।
पेट की चर्बी के लिए कौन सी आयुर्वेदिक दवा सबसे अच्छी है?-Ayurvedic Medicine for belly fat in hindi
आजकल की भागदौड़ वाली लाइफस्टाइल में पेट की चर्बी(pet ki charbi) एक बहुत आम समस्या बन गई है। आयुर्वेद भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली जो शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर अधिक जोर देती है क्योंकि इनसे ही आप अपने लिए एक रणनीति तैयार करते है। वजन घटने के लिए कई व्यावहारिक उपचार सामने आते है इनमे से ही व्यक्ति प्राकृतिक तरीको का उपयोग करे पेट की चर्बी में कमी कर सकता है। आईये जानते है कुछ बेहद असरदार घरेलू आयुर्वेदिक उपायों के बारे।
1. त्रिफला चूर्ण (Triphala Churna)
आयुर्वेद में त्रिफला चूर्ण सबसे अधिक लोकप्रिय एक है। यह पाचन को बेहतर और पेट की चर्बी घटाने में मदद करता है।
- फायदे:
- चयापचय (metabolism) तेज करता है।
- शरीर से मौजूद विषैले तत्व (toxins) को बाहर निकालता है।
- कब्ज(constipation) दूर करता है।
कैसे उपयोग करें?
- रात में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गर्म पानी के साथ लें।
2. गुग्गुल (Guggul)
आयुर्वेद में गुग्गुल को वजन कम करने की कारगर औषधि माना जाता है। यह प्राकृतिक तरीके से शरीर की चर्बी को कम करता है।
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- फायदे:
- चर्बी को बर्न करता है।
- शरीर के कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करता है।
- मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाता है।
- कैसे उपयोग करें?
- डॉक्टर की सलाहनुसार गुग्गुल पाउडर या गोलियां लें।
- फायदे:
पेट की सभी समस्याओं के लिए अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे
3. अश्वगंधा (Ashwagandha)
अश्वगंधा न सिर्फ स्ट्रेस कम करने का कार्य करता है बल्कि वजन घटाने में भी सहायक है।
- फायदे:
- हार्मोनस को बैलेंस करता है।
- पेट की एक्स्ट्रा चर्बी को कम करता है।
- शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
कैसे उपयोग करें?
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- अश्वगंधा पाउडर को गर्म पानी या दूध के साथ लें।
4. त्रिकटु चूर्ण (Trikatu Churna)
त्रिकटु चूर्ण में मुख्य तीन जड़ी-बूटियां से बनी होती हैं — पिपली, सौंठ और काली मिर्च । यह मेटाबॉलिज्म रेट को तेज करता है जिससे चर्बी में कमी हो सके।
- फायदे:
- पाचन छमता में सुधार करे।
- मोटापा घटाने में सहायक है।
कैसे उपयोग करें?
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- आधा चम्मच त्रिकटु चूर्ण को शहद के साथ लें।
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5. एलोवेरा का जूस (Aloe Vera Juice)
एलोवेरा का जूस या रस भी पेट की चर्बी कम करने में प्रभावी होता है।
- फायदे:
- पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
- चयापचय क्रिया बढ़ाता है।
कैसे उपयोग करें?
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- 20 ml एलोवेरा जूस सुबह खाली पेट पिएं।
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पेट की चर्बी(belly fat) घटाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक टिप्स
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- गर्म पानी का सेवन: दिनभर एक-एक कप हल्का गर्म पानी पिएं।
- योग और प्राणायाम: प्रतिदिन सूर्य नमस्कार, कपालभाति या भुजंगासन करें।
- डाइट पर ध्यान रखें: सिर्फ घर का हल्के तेल में बना भोजन करे, सलाद ले, मिक्स आटा खाये और पानी थोड़ा अधिक पिए। सब्जियां, फल, और साबुत अनाज खाएं।
- डिनर का समय: शाम 7:30 से 8 बजे के अंदर कर ले।
- शहद और नींबू पानी: रोज सुबह गर्म पानी में शहद या नींबू डालकर पिएं।
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निष्कर्ष
पेट की चर्बी के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवाएं शरीर पर कोई खास बुरा असर भी नहीं डालतीं । इनके नियमित सेवन से आप स्वस्थ तरीके से वजन घटा सकते हैं। लेकिन किसी भी दवा या घरेलू उपचार का उपयोग करने से पहले चिकित्सक परामर्श आवश्यक है।
FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1: त्रिफला चूर्ण असर दिखाने में कितना समय लेता है ?
त्रिफला चूर्ण का नियमित सेवन करने से 2-3 हफ्ते में असर दिखना शुरू हो सकता है।
Q2: क्या इन आयुर्वेदिक दवाओं के कोई साइड इफेक्ट हो सकता हैं?
इनका कोई खास दुष्प्रभाव नहीं है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन न करे और उपयोग से पहले डॉक्टरी सलाह ले।
Q3: क्या सिर्फ आयुर्वेदिक दवाओं से पेट की चर्बी कम होगी?
नहीं, सही डाइट सबसे अधिक जरुरी साथ ही थोड़ी एक्सरसाइज करना भी जरूरी है।