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Jatamansi Ke Fayde Balo Ke Liye-बालों के अलावा जटामांसी के अन्य फायदे

jatamansi ke fayde balo ke liye आयुर्वेद के अनुसार जटामांसी का स्वाद कषाय (Pungent) और कड़वा एवं इसकी तासीर शीतल होती है।  मस्तिष्क के लिए यह चमत्कारी टॉनिक के रूप में कार्य करता है  इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण कोशिका(cells) क्षति को रोककर आपकी स्मृति और मस्तिष्क के कार्यों को बेहतर बनाने में बहुत सहायता करता है। इसमें  एंजेलिविन, नार्डोल, एक्टिनिडीन,  कूमारिन जैसे रसायन और अन्य तरह के जरुरी पोषक तत्व होते हैं। 

jatamansi ke fayde balo ke liye-चित्र में एक व्यक्ति उल्टा ध्यान लगाए बैठा है साथ में जटामांसी फूल और सूखे जड़ की सामग्री
jatamansi ke fayde balo ke liye

जटामांसी क्या है और इसका दूसरा नाम ?

यह हिमालय क्षेत्र में पाई जाने वाली बूटी(हर्ब) है और इसकी जड़ो और राइजोम को उपयोग में लाते है इसे अंग्रेजी में Spikenard  कहते है और वैज्ञानिक नाम Nardostachys jatamansi है।  मारवाड़ी में इसे बालछड़ कहते है।

जटामांसी में जटा का मतलब बाल होता है क्योंकि इसकी जड़ो में बाल के जैसे तंतु लगे होते है और यह बालों में होने वाली प्रॉब्लम्स को दूर करती हैइसके अतिरिक्त यह  मस्तिष्क को शांत करने, अनिद्रा दूर करने,  एंग्जायटी आदि  के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके प्रभाव को देखते हुए कई प्रोडक्ट में इसका उपयोग किया जाता है।  

बालों के लिए जटामांसी का उपयोग कैसे करें? – jatamansi ke fayde balo ke liye 

jatamansi benefits for hair in hindi यह आपके बालों  ग्रोथ और मजबूती देता है तथा उनके रंग को बनाये रखने के लिए प्राकृतिक डाई का कार्य करता है।  जटामांसी के पाउडर को नीम के पेस्ट और नारियल तेल में मिलाकर नियमित लगाने से बालो में समय से पहले आने वाली सफेदी रुक जाती है। 


जटामांसी हेयर पैक कैसे बनाएं? – jatamansi hair pack ke fayde

दो चम्मच जटामांसी पाउडर को दो चम्मच आंवला पाउडर और दो चम्मच नारियल में मिलाकर पेस्ट बना ले 30 मिनट तक बालों में लगा रहने दे फिर पसंदीदा शैम्पू से धो ले। 

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क्या जटामांसी बालों को रंगती है?

जटामांसी नैचुरली हेयर डाई का कार्य करती है यदि जटामांसी युक्त हेयर कलर का उपयोग करते तो इसका प्रभाव अधिक दिख सकता है लेकिन यह इसकी मटरपर निर्भर करता है।

बालों के झड़ने के लिए जटामांसी का उपयोग कैसे करें?

जटामांसी पॉवडर को नारियल तेल में मिलाकर बालों में अच्छी तरह लगा ले आधे घंटे बाद शैम्पू कर ले हेयर फॉल कम होने लगेगा और सॉफ्ट भी हो सकते है।

जटामांसी के अन्य क्या-क्या फायदे और उपयोग हैं? – Benefits And Uses Of Jatamansi In Hindi

 

नींद के लिए जटामांसी का उपयोग (Jatamansi for Insomnia)

तनाव(stress) से आपकी mental और physical health दोनों प्रभावित होती है यह आपकी स्मृति को नुकसान पहुंचाता है जिससे अनिद्रा की शिकायत हो सकती है यहाँ तक आप  इनसोमनिया की स्थिति में जा सकते है। जटामांसी पाउडर को गर्म दूध में मिलाकर लिया जा सकता है इसके अलावा इसके तेल को सिर पर मालिश करने से भी नींद बेहतर हो सकती है साथ ही इनसोमनिया में राहत पा सकते है।  

त्वचा के लिए 

तंत्रिका-सुरक्षा के गुणों के वजह से जटामांसी को स्पाइकेनार्ड (Spikenard) भी कहते है।  इसमें प्राकृतिक रूप से ऑइल होते है जो स्किन में समय से पहले आने वाली झुर्रियों को कम करता है। 

याददाश्त बेहतर करे – Boost your brain health

दरअसल जटामांसी में पाए जाने वाले शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट तंत्रिका को डैमेज होने और मेमोरी लॉस होने से बचाती है जो  जो बुजुर्गों में होने वाली भूलने की बीमारी या मनोभ्रंश (Dementia) या संज्ञानात्मक कार्य और याददाश्त में सुधार कर न्यूरोलॉजिकल कनेक्शन  बेहतर करती है। 

जटामांसी बालों के लिए – jatamansi ke fayde balo ke liye

बालों के लिए खास जटामांसी का उपयोग किया जाता है जो न सिर्फ बालों को घना करता है बल्कि उनका झड़ना रोकता है मुलायम भी कर सकता है।

 न्यूरॉनस के लिए 

जीवन की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिए नयूरोंस कि महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बिना इसके आप चीज़ो को महसूस नहीं कर सकते है। यह  को प्रभावित कर सकता है। इन्हे स्वस्थ रखना जरुरी है, जटामांसी के एंटीऑक्सिडेंट अपने  न्यूरो-सुरक्षात्मक गुणों से नसों मजबूत बनाने में सहायता करती है। 

कारात्मक विचार भागए 

अधिक चिंता और तनाव के कारण व्यक्ति डिप्रेशन(अवसाद)की ओर बढ़ने लगता है।  इससे मूड स्विंग भी हो सकता है। अपने दिमाग को बेहतर  और सकारातमक विचार पैदा करने के लिए आयुर्वेद में जटामांसी को बहुत असरदार और भरोसेमंद पाया गया है। यह  बूटी(हर्ब) मस्तिष्क में मोनोअमाइन के स्तर को बढ़ा कर न्यूरोट्रांसमीटर गाबा (GABA) के स्तर को कम कर देता है । जिससे आपका मन और दिमाग शांत हो जाता है।

जटामांसी के सेवन का तरीका – Dosages Of jatamansi in hindi

जटामांसी के पाउडर को दिन में एक या दो बार, एक टी स्पून शहद या गर्म दूध के साथ नियमित रूप से लेना चाहिए। इसके अलावा तेल रूप में मालिश के लिए और  कैप्सूल या गोलियां भी उपयोगी है।

डिस्क्लेमर 

इस लेख में jatamansi ke fayde balo ke liye समान्य जानकारी दी गयी है।  जटामांसी एक चमत्कारी आयुर्वेदिक बूटी है लेकिन सेवन से पहले चिकित्सकीय परामर्श अवश्य ले। 

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