कुलथी की दाल से पथरी का इलाज और इसे कैसे खाये ?

1. कुलथी की दाल पथरी का इलाज कैसे करती है?
कुलथी की दाल जिसे Horse Gram भी कहते है एकऔषधीय दाल है, जो मुख्य रूप से किडनी और पित्ताशय की पथरी एवं मूत्र मार्ग से सम्बंधित समस्याओं के लिए बेहद उपयोगी हो सकती है। इसमें प्राकृतिक रूप से मूत्रवर्धक (diuretic) गुण मौजूद होते है जो शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने सहायता करते हैं और गुर्दे की पथरी को धीरे-धीरे गलाने में सहायक होते हैं।
मुख्य लाभ
- कुलथी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट, और मूत्रवर्धक गुण उपस्थित हैं।
- यह कैल्शियम ऑक्सलेट से बने स्टोन को धीरे-धीरे गलाता है।
- कुलथी मूत्र के प्रवाह को तेज कर सकता है, जिससे स्टोन छोटे-छोटे टुकड़ो में मूत्र मार्ग से बहार निकल सकते है।
- यह यूरिक एसिड के स्तर को भी शरीर में कम करने में मदद करता है।
2. पथरी में कुलथी की दाल कैसे खाएं?
जिन्हे पथरी परेशानी है उन्हें कुल्थी को सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए जिससे अधिक से अधिक फायदा हो सके। कुल्थी दाल बनाने का तरीका बताया गया है।
कुलथी का काढ़ा
सामग्री:
- कुलथी की दाल – 2 चम्मच
- पानी – 2 गिलास
- काला नमक – एक चुटकी (स्वाद के लिए)
बनाने की विधि:
- कुलथी दाल को पानी में रातभर के लिए भिगो दें।
- इसे सुबह धीमी आंच पर पानी आधा रह जाने तक उबालें।
- इसे गुनगुना ही छानकर पिएं।
- इसे सुबह और शाम या दिन में दो बार लिया जा सकता है।
कुलथी दाल का सूप:
यह सूप पथरी के रोगियों के लिए लाभदायक होता है।
बनाने की विधि:
- कुलथी दाल को रातभर भिगोने के बाद कुकर में पकाएं।
- इसमें हल्दी और हल्का नमक मिलाएं।
- धीमी आंच पर 10 मिनट तक पकाएं।
- गुनगुना ही सेवन करें।
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3. पथरी में कुलथी का प्रयोग कैसे करें?
- कुलथी को रातभर भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करने पर अधिक फायदा होता है।
- कुल्थी दाल को छिलके सहित ही उबालकर सके पानी सेवन करना लाभदायक हो सकता है।
- कुलथी के आटे की रोटी भी खा सकते है।
4. कुलथी की दाल का सेवन कब करना चाहिए?
- खाली पेट सुबह सेवन करने पपथरी और अधिक जल्दी गलती है।
- यदि पाचन कमजोर या कब्ज है तो रात के समय कुल्थी खाने से बचे।
- लंच में कुल्थी ले सकते है।
5. खाली पेट कुलथी दाल का पानी पीने के क्या फायदे हैं?
- किडनी स्टोन को गलने में सहायक
- पाचन और कब्ज को सुधारता है।
- मूत्र मार्ग संक्रमण (UTI) में राहत दे सकता है।
- ब्लड शुगर को कण्ट्रोल कर सकता है।
- वजन कम करने में सहायक।
6. कुलथी की दाल में कौन सा विटामिन पाया जाता है?
कुलथी की दाल में निम्न तरह के पोषक तत्व मुख्य रूप से पाए जाते हैं।
- विटामिन C: यह इम्युनिटी बढ़ाने में सहयोग देता है।
- आयरन: हीमोग्लोबिन बढ़ाने में कारगर है।
- कैल्शियम: हड्डियों शरन रोकने और मजबूत करता है।
- फाइबर: आंतो की सैफई और पाचन दुरुस्त रखता है।
- प्रोटीन: ऊतकों की मरम्मत करने का कार्य करे।
निष्कर्ष
कुलथी की दाल पथरी की समस्या से पीड़ित लोगो के लिए एक सरल प्राकृतिक घरेलू उपचार है जिसे सही तरीके से इस्तेमाल करने पर यह न सिर्फ पथरी बल्कि मूत्र मार्ग इन्फेक्शन को दूर करने और पाचन तंत्र की छमता भी सुधारने में मददगार हो सकताहै। लेकिन इसके उपयोग से पहले चिकित्सक परार्मश लेना न भूले।