महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के 7 प्राकृतिक घरेलू उपचार
महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन की समस्या आज बहुत सामान्य हो गयी है यह स्ट्रेस, लाइफस्टाइल, डाइट आदि कारणों से हो सकती है। लेकिन सही प्रबंधन और उपचार के जरिये कण्ट्रोल किया जा कसता है। इस आर्टिकल में जानिए महिला हार्मोन बढ़ाने के उपाय उपचार और समाधान।
हार्मोन्स को संतुलित होने में तकरीबन 6 माह का समय लग सकता है। महिलाओं में हार्मोन कैसे ठीक करें? इसक लिए यहाँ बताये गए कुछ सरल उपायों को अपना सकते है इससे न सिर्फ हार्मोन्स बैलेंस होते है बल्कि मासिक चक्र भी संतुलित हो सकते है।
महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के घरेलू और प्राकृतिक उपचार – women hormonal imbalance natural remedies in hindi
mahilaon me harmonal asantulan ke upchar के लिए यहाँ निम्न तरीके बताये गए है जिन्हे डॉक्टरी सलाह पर कर सकते है।
1. आहार का प्रबंधन –Diet
- पौष्टिक आहार ले : अपने भोजन में ओमेगा-3 फैटी एसिड, हरी पत्तेदार सब्जियां, सूखे मेवे, और ताजे मौसमी फल शामिल करें।
- चीनी और प्रोसेस्ड फूड कम करें: अत्यधिक शर्करा वाले डाइट और जंक फूड से बिल्कुल परहेज करें, तह हार्मोन और इंसुलिन को असंतुलित कर सकते हैं।
- आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग करें:
- अश्वगंधा: यह कोर्टिसोल को बैलेंस कर सकता है जिससे स्ट्रेस को कम करने में मदद होती है।
- शतावरी: महिलाओं के हार्मोनल संतुलन में बहुत फायदेमंद।
- दालचीनी: ब्लड शुगर और पीसीओएस को नियंत्रित करने में मदद करता है।
2. व्यायाम और योग
- योगासन:
- भुजंगासन (Cobra Pose): यह हार्मोनल ग्रंथि और थायरॉयड को उत्तेजित करता है।
- नाड़ी शोधन प्राणायाम: यह योग तनाव को मैनेज करने और हार्मोन संतुलन के लिए लाभकारी है।
- सुप्त बद्धकोणासन (Reclining Bound Angle Pose): यह गर्भाशय के स्वास्थ्य और ओवेरियन के लिए लाभकारी है ।
- व्यायाम: स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और हल्का कार्डियो हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने में बहुत मदद करता है।
3. हल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करे
- स्ट्रेस मैनेजमेंट : तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन, डीप ब्रीथिंग, हल्का व्यायाम आपकी लाइफस्टाइल को बहुत बेहतर कर सकता है। इसे हफ्ते में दो दिन या प्रतिदिन करा सकते है।
- नींद का महत्व: एक अच्छी और पर्याप्त नीड जीवन से तनाव कम कर मानसिक रूप से स्वस्थ करता है। रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद हार्मोनल हेल्थ के लिए आवश्यक है।
- स्क्रीन टाइम भी कम करें: अधिक देर तक स्क्रीन टाइम सोने वाले हार्मोन जिसे स्लीप हार्मोन या मेलाटोनिन कहते है पर इफ़ेक्ट डालता है।
4. महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के लिए प्राकृतिक उपचार
- अदरक और तुलसी की चाय: यह इम्युनिटी बढ़ाने और हार्मोन को संतुलित करने में असरदार हो सकती है।
- एलोवेरा का जूस: यह न सिर्फ पीरियड्स को नियमित कर सकता है बल्कि ओवेरियन के लिए भी लाभकारी है।
- मेथी वाला पानी: हार्मोनल असंतुलन और पीसीओडी के लिए के लिए फ़ायदेमदं।
5. हार्मोनल सप्लीमेंट्स (Doctor Advised)
- कई बार डॉक्टर बायो-आइडेंटिकल हार्मोन थेरेपी (BHRT) या मैग्नीशियम, विटामिन बी6, और डी जैसे सप्लीमेंट्स लेने के लिए कह सकते है।
6. मेडिकल परामर्श ले
- हार्मोनल असंतुलन गंभीर होने पर चिकित्सक सलाह ले।
- थायरॉयड, एस्ट्रोजन लेवल और इंसुलिन की जांच करवाएं।
- डॉक्टर से पीसीओडी, ओवेरियन सिस्ट, या थायरॉयड जैसी कई समस्याओं के लिए उचित परामर्श ले।
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7. हाइड्रेशन और पानी
- दिन में 8 से 10 गिलास पानी पिएं।
- डिटॉक्स वॉटर बनाकर पिए जैसे – खीरा, नींबू, और पुदीना को पानी में मिलाकर डेटॉक्स वाटर तैयार कर सकते है।
महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के मुख्य लक्षण:
- थकान और चिड़चिड़ापन
- अनियमित पीरियड्स
- मुंहासे और बालों का झड़ना
- वजन का तेजी से बढ़ना या घटना
- नींद न आना
महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण
- थायराइड हार्मोन का कम या अधिक होना
- स्ट्रेसफूल लाइफस्टाइल
- डाइट बैलेंस्ड न होना
- प्रोस्सेड फ़ूड का अधिक सेवन
- मानसिक तनाव
- गर्भनिरोधक और एंटी-डिप्रेसेंट्स, दवाओं के उपयोग
- अधिक वजन
- पीसीओएस
- एडिसन रोग
FAQs – महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन से सबंधित प्रश्न
Q- महिलाओं में हार्मोन की कमी से कौन सा रोग होता है?
A- हर्मोन कमी से महिलाओं के ओवरी में सिस्ट बनना, pcos, थायराइड विकार, मूड स्विंग्स, इन्फर्टिलिटी इत्यादि समस्या हो सकती है।
Q- मासिक धर्म में हार्मोनल असंतुलन का इलाज कैसे करें?
Q- Period के लिए कौन सा हार्मोन जिम्मेदार है?
Q- हार्मोन संतुलन के लिए कौन सा व्यायाम सबसे अच्छा है?
Q- क्या हार्मोनल असंतुलन के कारण बांझपन हो सकता है?
A- हां, हार्मोनल असंतुलन पीसीओएस, थायरॉयड विकार के अलावा बाँझपन या इनफर्टिलिटी का भी कारण हो सकता है। सही इलाज और डाइट से यह प्रॉब्लम दूर सकती है।