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तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने के फायदे और नुकसान

तांबे के बर्तन में रखा पानी का सेवन करना भारतीय आयुर्वेद की एक बहुत  पुरानी प्रथा है और बेहद प्रभावशली भी। यह शरीर के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध हो सकती है।  वही इसे लेकर लोगो के कुछ प्रश्न भी होते है, आइये जाने benefits of drinking copper water in hindi, नुकसान और कई रोचन प्रश्नो के बारे में –

चित्र में तांबे के बर्तन में रखा पानी
           तांबे के बर्तन में रखा पानी

तांबे के पानी के क्या फायदे है ?

  1. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये – तांबे में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर की रोगो से लड़ने की छमता बढ़ाता है।
  2. पाचन तंत्र सुधारे – यह एसिडिटी, अपच और गैस जैसी प्रॉब्लम्स से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
  3. वजन कम करने में सहायक – तांबे का पानी मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
  4. हृदय स्वास्थ्य में सुधार – यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और हृदय की धमनियों को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होता है।
  5. त्वचा को निखारता है – इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को चमकदार और युवा बनाए रखने में मदद करते हैं।
  6. मस्तिष्क को तेज करता है – यह न्यूरॉन कनेक्टिविटी को बेहतर करता है, जिससे याददाश्त और मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है।

तांबे के बर्तन में पानी कब नहीं पीना चाहिए?

  1. सुबह खली पेट तांबे के बर्तन का पानी पीना लाभकारी होता है लेकिन पूरे दिन न पिए।
  2. जिन्हे अल्सर या एसिडिटी की प्रॉब्लम है वे भी इसका उपयोग न करे।
  3. जिसे लिवर या किडनी रोग की समस्या है वे बिना चिकित्सक सलाह के ताम्बे का पानी न पिए।

क्या हम रोज तांबे का पानी पी सकते हैं?

हाँ, लेकिन अधिक मात्रा में नहीं बल्कि सिमित ही

  • तांबे के बर्तन में रखा पानी रोज सुबह खाली पेट पीना फायदेमंद हो सकता है।
  • इसे 6 से 8 घंटे तक रखे इसके बाद ही पिए।
  • प्रतिदिन दो ग्लास से अधिक सेवन न करे नहीं तो हानिकारक हो सकता है।

तांबे के पानी के बालों के लिए क्या फायदे हैं?

  1. बालों के लिए ताम्बे का पानी बहुत फायदेमंद हो सकता है इससे बालो को झड़ना कम हो जाता है और मजबूत भी करता है।
  2. ताम्बा मेलेनिन का प्रोडक्शन करता है जिससे बाल जल्दी सफ़ेद नहीं होते है।
  3. इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते है जो बालो से रूसी सी समस्या कम करता है और स्कैल्प में संक्रमण होने से भी बचाता है।
  4. तांबा बालो के फॉलिकल्स को पोषित करता है और बालों की ग्रोथ करने में सहायता देता है।

तांबे के बर्तन में क्या नहीं पीना चाहिए?

तांबे के बरतन में कभी खट्टे पदार्थ, दूध और डेयरी उत्पाद, गर्म पानी, नींबू और तेज मसाले और पेय नहीं रखना चाहिए इससे तांबा रिएक्ट करता है जिससे पेट सम्बंधित समस्या और बॉडी में टॉक्सिक्सिटी बढ़ सकती है।

क्या हम तांबे के बर्तन में दूध डाल सकते हैं?

नहीं, तांबे के बर्तन में दूध नहीं रखना चाहिए क्योंकि इसमें दूध में लैक्टिक एसिड मौजूद होता है जो तांबे के साथ रिएक्ट कर सकता है और विषाक्त बना सकता है। यह पेट की समस्याएँ पैदा करने के साथ ही पूरे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। दूध को स्टील, मिटटी या कांच के बर्तन में ही रखे।

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तांबे के पानी के नुकसान:

  1. ताम्बे का पानी अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में विषाक्त(टॉक्सिसिटी) बढ़ सकती है जिससे पेट दर्द, उलटी और दस्त हो सकता है।
  2. यदि आवश्यता से ज्यादा ताम्बा शरीर में जमा हो जाता है तो इससे लिवर और किडनी पर नेगेटिव असर पड़ सकता है। 
  3. ताम्बे के बरतन को साई से साफ न करने पर इसमें उपस्थित ऑक्सीडेशन बॉडी के लिए नुकसानदेह हो सकता है।

निष्कर्ष

तांबे के बर्तन में रखा पानी शरीर के लिए कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, लेकिन इसे सिमित मात्रा में उपयोग करना जरुरी है इसे पीने से सबंधित और जानकरी हेतु अपने डॉक्टर से संपर्क करे।

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