ब्रेन ट्यूमर की लास्ट स्टेज, लक्षण व इलाज – brain tumour in hindi
ब्रेन ट्यूमर की लास्ट स्टेज इन हिंदी हमारा मस्तिष्क एक खोल रुपी आवरण जिसे खोपड़ी(skull) कहते है में एक सिमित स्थान पर होता है यदि इसमें कभी सेल्स अनकंट्रोलड तरीके से बढ़ने लगेंगी तो उस सिमित स्थान पर दबाव बढ़ने लगता है जो गांठ या ट्यूमर के रूप में विकसित होता है.
कुछ ट्यूमर (गांठे) कैंसर करक होते है और कुछ गैर कैंसरकारक होते है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे कि ब्रेन ट्यूमर की लास्ट स्टेज क्या होती है इसके लक्षण और इसका क्या उपचार हो सकता है .
ब्रेन ट्यूमर का कोई खास वजह तो अभी नहीं ज्ञात है लेकिन कुछ अतिरिक्त कारण भी है जिससे ट्यूमर होने की आशंका रहती है जैसे – बढ़ती उम्र, रेडिएशन, प्रदुषण , एड्स होने पर ट्यूमर का ख़तरा अधिक हो जाता है, जेनेटिक (अनुवांशिक) कारण, गलत जीवन शैली व खान -पान, केमिकल युक्त भोजन।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण – symtoms of brain tumour in hindi
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण उसके साइज और उसके बढ़ने के तरीके के कारण अलग -अलग हो सकते है।
सामान्य लक्षण – general symtoms of brain tumour in hindi
सामान्य से अलग तरह का सर दर्द (लगातार दर्द)
सुनने में समस्या
जी मिचलाना, उलटी
ऊपर देखने में परेशानी होना
बोलने में कठिनाई
देखने में धुंधला दिखाई पड़ना
हाथ व पैरों में सनसनी
ये है ब्रेन ट्यूमर के प्रकार – types of brain tumour in hindi
ब्रेन ट्यूमर को दो पार्ट में बांट सकते है –
प्राथमिक ब्रेन ट्यूमर
यह मस्तिष्क के ऊतक में उत्पन्न होते है। यह मस्तिष्क की आवरण झिल्ली जिसे (मेनिंगेस) कहते है इसमें हो सकती है। इसके अलावा यह पिट्यूरी ग्रंथि, कपाल तंत्रिका में भी हो सकता है। इसमें ग्लिओमास सबसे सामान्य ट्यूमर है जो 78 प्रतिशत जानलेवा ब्रेन ट्यूमर के लिए जिम्मेदार है।
यह मस्तिष्क की सहायक कोशिकाओं से उत्पन्न होते हैं, जिन्हें ग्लिया कहा जाता है।
यह कोशिकाओं में परिवर्तन जिनके कारण इनकी संख्या वृद्धि हो जाती है और परिणाम स्वरुप ट्यूमर के रूप में परिवर्तित हो जाती है।
माध्यमिक ब्रेन ट्यूमर
दूसरे ब्रेन ट्यूमर को हम माध्यमिक नाम देते है ऐसा इसलिए क्योंकि यह दूसरे अंग की कोशिकाओं के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुँचती है जैसे – फेफड़े या स्तन के । इस प्रकार के ट्यूमर को मेटास्टैटिक कैंसर भी कहते है।
ब्रेनट्यूमर की अवस्थाएं (स्टेज) कितनी है – stages of brain tumour in hindi
ब्रेन ट्यूमर की पहली स्टेज – first stage
इस स्टेज में ट्यूमर गैर-कैंसर होते है या बहुत धीमी गति से बढ़ने वाले होते हैं, और कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं के लगभग समान दिखती हैं। हाइड्रोसील (अंडकोष की सूजन) का घरेलू इलाज करे दर्द की समस्या खत्म
ब्रेन ट्यूमर की द्वितीय स्टेज – second stage
ब्रेन ट्यूमर कैंसर के अभी तक धीमी गति से बढ़ने वाले हैं, और माइक्रोस्कोप के नीचे देखे जाने पर कोशिकाएं थोड़ी असामान्य दिखती हैं। ये ट्यूमर पास के ऊतकों (टिशूज) में फैल सकते हैं, या वे शुरुवाती उपचार के बाद वापस आ सकते हैं।
ब्रेन ट्यूमर की तीसरी स्टेज – third stage
मस्तिष्क ट्यूमर कैंसर कि यह अवस्था स्टेज I और II ट्यूमर की तुलना में तेजी से बढ़ता है। जो जांच के दौरान दिखाई देती हैं, सेल्स अपनी जैसी और सेल्स को बनाती है इस प्रकार यह मस्तिष्क के अन्य भागों में फैल सकती हैं।
ब्रेन ट्यूमर की चौथी (लास्ट) स्टेज क्या होती है – fourth (last) stage
ब्रेन कैंसर स्टेज ४ इस अंतिम अवस्था मे ब्रेन ट्यूमर तेजी से बढ़ने लगता है और इसमें कई और चीज़े दिखाई देने लगती हैं जो कोशिकाओं के माइक्रोस्कोप के नीचे देखे जाने पर पता चलता हैं। अब ट्युमर स्वयं के लिए रक्त वाहिकाओं का उत्पादन भी कर सकते हैं। इसमें बचने के चांस न के बराबर होता है।
अंतिम अवस्था के विशेष लक्षण – End Stage (specific) of Brain Tumour Symtoms in hindi
ब्रेन कैंसर लास्ट स्टेज सिम्पटम्स
- ट्यूमर वाली जगह में दर्द
- शरीर लकवा जैसा एहसास या कमजोरी
- वस्तु को पकड़ने में परेशानी होना
- चिड़चिड़ापन
- खाने पीने में परेशानी
- समझने में मुशिकल होना
- पीरियड में परिवर्तन
- व्यवहार में परिवर्तन
- बेहोशी भी आ सकती है
- दैनिक कार्यों को करने में कठिनाई
- लक्षण महसूस होने पर चिकित्सक से संपर्क करें।
लास्ट स्टेज में कैसे ध्यान रखे रोगी –
मस्तिष्क कैंसर के लिए जीवित रहने की दर क्या हैं?
मस्तिष्क कैंसर के जीवन की दर इसके प्रकार, ग्रेड पर निर्भर करता है, यदि उपचार सही समय पर चालू होता है तो ठीक होने के बहुत चांस रहते है क्योंकि दूसरी स्टेज आने में कुछ वक्त रहता है, लेकिन दुर्भाग्य पूर्ण प्रारंभिक चरण का पता कई बार जल्दी नहीं चलता या हम ध्यान ही नहीं देते है।
लगभग तीस प्रतिशत लोग पांच वर्ष तक ट्यूमर के साथ जीते है, वही वृद्ध के मुकाबले युवाओं में और बच्चो जीवन रेट अधिक होती है। ग्लियोब्लास्टोमा सबसे आम मस्तिष्क कैंसर होता है
ब्रेन ट्यूमर से बचाव – precautions of brain tumour in hindi
ट्यूमर ऊपर दिए गए अतिरिक्त कारणों से न हो इसके लिए स्वयं थोड़ा बचाव करने की आवश्यकता है। अपने आहार में विटामिन k, c, e जरूर शामिल करें।अच्छी नींद लें ताकि नर्वस सिस्टम अच्छे से कार्य करें।
नशे वाले पदार्थो का सेवन न करना, सही डाइट फॉलो करना, वजन संतुलित रखना, स्ट्रेस न लेना, बचपन में सही तरह के टीके लगवाना।
ब्रेन ट्यूमर का इलाज – treatment of tumour in hindi
डॉक्टर जाँच के लिए सीटी स्कैन, एम आर आई का प्रयोग कर सकते है। इलाज के लिए निम्न तरीकों का उपयोग किया जा सकता है-
कीमोथेरेपी
कीमोथेरेपी के जरिये ट्यूमर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोका जाता है और उन्हें खत्म किया जाता है।
बायोप्सी द्वारा
बायोप्सी में यह पता किया जाता है की ट्यूमर कितना बड़ा है।
जब सर्जरी करने की आवश्यकता होती है तो चिकित्सक इसकी सलाह देते है। कभी-कभी ट्यूमर मष्तिष्क के आस-पास के ऊतकों से अलग होता है जिससे ऑपरेशन करना आसान हो जाता है। लेकिन कई बार यह बहुत जटिल स्थिति में होता है।
इसके अलावा रेडियो थेरेपी और दवाओं के साथ ही योग करना भी इसके उपचार में शामिल है। चिकित्सक के परामर्श पर कुछ घरेलू उपचार कर सकते है।
ब्रेन ट्यूमर से सम्बंधित पूछे जाने वाले सवाल
Q- क्या ब्रेन ट्यूमर का इलाज हो सकता है ?
A- हाँ। इसका इलाज संभव है। कीमोथेरेपी, बायोप्सी, सर्जरी के द्वारा इलाज किया जाता है।
Q- क्या ब्रेन ट्यूमर का इलाज हेम्योपैथिक से कर सकते है ?
A- कई लोगों में ट्यूमर का हेम्योपैथिक ने असरदार प्रभाव दिखाया है। लेकिन डॉक्टरी परामर्श आवशयक है।
Q- ब्रेन ट्यूमर के सर्जरी में कितना खर्च आता है ?