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herbal aur ayurvedic mein kya antar hai-हर्बल और आयुर्वेद में अंतर

herbal aur ayurvedic mein kya antar hai-आयुर्वेदिक और हर्बल दोनों ही चिकित्सक पद्धतियाँ है जो प्राकृतिक उपचार करती है लेकिन दोनों कई बार एक समझना थोड़ी भूल है आईये जानते है आयुर्वेद और हर्बल में भिन्नता( differnce between herbal and ayurvedic in hindi) है।

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herbal aur ayurvedic mein kya antar hai-हर्बल और आयुर्वेद में अंतर
herbal aur ayurvedic mein kya antar hai

हर्बल और आयुर्वेदिक में कुछ विशेष अन्तर- herbal aur ayurvedic mein kya antar hai

यहाँ पर हर्ब्स और आयुर्वेद में कुछ मूलभूत अंतर बताये गए जिससे आपको herbs aur ayurved mein antar समझने में मदद हो सकती है –

1- परिभाषा और क्षेत्र –Definition and Scope

हर्बल की परिभाषा

हर्बल द्वारा उपचार करने में कुछ जड़ी-बूटियों(herbs) का इस्तेमाल किया जाता है जो पौधों, फूलों, पत्तियों और उनकी जड़ो से प्राप्त की जाती है।  इनका उद्देश्य केवल नेचुरल तरीके से स्वास्थ्य में सुधार और बीमारियों में आराम देना होता है।

आयुर्वेदिक की परिभाषा

आयुर्वेद भारत की प्रचीन वैकल्पिक चिकित्सक पद्धति है जो शरीर, आत्मा और मन के बीच संतुलन और उनका उपचार करती है।  इसके अलावा आयुर्वेद त्रिदोष (वात, कफ और पित्त) जीवनशैली, भोजन व समग्र स्वस्थ्य पर ध्यान केंद्रित करती है।

2- उपचार का तरीका – way of uses

हर्बल दवाये नेचुरल हर्ब्स पर केंद्रित होती है इनका उपयोग अधिकत सीधे तौर कर सकते है।  जिससे बीमारियों के लक्षण दूर हो सके। इसमें मुख्यतः सर्दी, खांसी, दर्द निवारण, पाचन का ट्रीटमेंट अधिक किया जाता है।

आयुर्वेद एक विशाल सिद्ध की हुई पद्धति है जिसमें व्यक्ति के दोषो को समझकर उनका उपचार किया जाता है। यह मुख्यतः सेहत को व्यायाम, आहार, विचार और लाइफस्टाइल पर ध्यान देकर सुधारा जाता है।

3- चिकित्सीय उपयोग – medical use

हर्बल उपचार में जड़ी-बूटियों को कच्चे रूप में लाया जाता है जैसे तेल, हर्बल चाय, चूर्ण आदि।

आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों को उपयोग में लाने के साथ ही मुख्य रूप से पंचकर्मा, कश्यम (kashayam), थेरेपी, घरेलू उपाए, तेल और कुछ विशेष इलाज भी किये जाते है।

4- दार्शनिक अंतर- Philosophical Difference:

हर्बल दवाये अधिकतर मेडिकली और सइंटिफीक्लि टेस्टेड होती है। जड़ी-बूटियों के केमिकल प्रॉपर्टीज पर मुख्य रूप से फोकस किया जाता है।

वही आयुर्वेद में सिर्फ हर्ब्स का ही नहीं बल्कि स्पिरिचुअल व फिलॉसफिकल प्रैक्टिस, त्रिदोष को समझना, अन्य प्राकृतिक तत्वों का इस्तेमाल, शरीर को आंतरिक रूप से बैलेंस करना शामिल है।

Conclusion:

कुल मिलाकर herbal aur ayurvedic mein kya antar hai इसका निष्कर्ष यह है कि हर्बल एक प्राकृतिक उपचार है जो प्लांट बेस्ड लाभ देते है और आयुर्वेदिक एक पूरी तरह से समग्र हीलिंग प्रोसेस है जो आपके जीवन, डाइट, behaviour, मानसिक सुधार और आध्यात्मिकता संतुलन पर बल देता है।

 

 

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