जानिए स्वास्थ्य के लिए रामदाना (राजगिरा) के फायदे और नुकसान
रामदाना (राजगिरा) खाने के फायदे – रामदाना या अम्रंथ(chaulai) का उपयोग अधिकतर व्रत में किया जाता है इसका पराठा, हलवा या लड्डू बनाकर खाया जाता है। वही इसके पत्तों की सब्जी बनायीं जाती है। इसकी तासीर गर्म होती है। इसका स्वास्थ्य के लिए क्या लाभ है? जानिए इस लेख में
रामदाना या राजगिरा क्या है ? – what is Ramdana or chaulai in hindi
रामदाना जिसे राजगिरा, चौलाई और कई लोग इसे अमरंथ(amranth) भी कहते है। यह ग्लूटेन फ्री है। ध्यान रहे मार्केट में दो तरह कि चौलाई आती एक लाल रंग की और हरी रंग की। राजगिरा वाली चौलाई के पत्ते लाल रंग के होते हैं। राजगिरा के फूल गुलाबी रंग के और बीज छोटे हल्के पीले व सफ़ेद होते है। यह गर्म देशों(उष्ण कटिबंधीय) में पाया जाता है।
रामदाना(rajgira) में बहुत पोषक तत्व होता है खासकर यह आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है इसके अलावा यह पेट के पाचन के लिए लाभकारी होता है। 100 ग्राम रामदाने में 102 कैलोरी होती है। इसकी पत्तियों में फाइटो न्यूट्रीएंट्स पाए जाते है जो शरीर की सूजन को कम करते है।
रामदाना या राजगिरा के फायदे – benefits of Ramdana or rajgira in hindi
रामदाना कब्ज में अधिक फायदेमंद है। इसके पत्तो की सब्जी बनाकर खाने से मल त्याग में आसानी होती है। अमरंथ में भरपूर फाइबर होता है।
रामदाने(चौलाई) प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसे खाने से शरीर में प्रोटिन कमी पूरी की जा सकती है। इसे उपवास के अलावा भी खाया जा सकता है।
रामदाना (चौलाई) हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है इसमें कैल्शियम भी उपस्थित होती है।
वजन घटाने में भी रामदाने व चौलाई बहुत असरदार है क्योंकि इसमें फाइबर है जो कि भोजन को अच्छे से पचाता है और प्रोटीन पेट को काफी देर तक भरा हुवा रखता है। जिससे जल्दी भूख नहीं लगती है।
रामदाना इम्युनिटी भी बढ़ाता है इसकी पत्तियों में विटामिन c पाया जाता है। इसलिए इसकी पत्तियों (amaranth leaves benefits) को सब्जी बनाकर खाने की सलाह दी जाती है।
अमरंथ (रामदाने) में विटामिन a पाया जाता है। जो आँखों और स्किन का ख्याल रखते है। इसमें पॉलीफेनोलिक फ़ेलोनोइड एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है जैसे की lutein, बीटा कैरोटीन जो स्ट्रेस कम करते है।
चौलाई में फोलेट व सेलेनियम भी पाया जाता है जो त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद है। स्किन के लिए यह क्लींजर का कार्य करता है इसके तेल को स्किन पर लगाने से त्वचा का रूखापन खत्म होता है और बालों में लगाने से असमय सफेदी कम होती है।
चौलाई या राजगिरा बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है इस प्रकार यह ह्रदय के लिए बढ़िया है।
सर्दियों में रामदाने(chaulai) का लड्डू बनाकर खाने से शरीर गर्म रहता है और ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या में बहुत लाभदायक होता है।
रामदाना या राजगिरा के नुकसान –
चौलाई खाने का कोई खास नुकसान नहीं है फिर भी यदि एलर्जी सम्बन्धी पहले से कोई समस्या है तो खाने से बचे।
गर्भवती महिलायें बिना डॉक्टरी परामर्श के चौलाई का सेवन न करें।
अधिक खाने से पेट में दर्द का पथरी हो सकता है।
निष्कर्ष
अमरंथ, चौलाई या रामदाना पूरे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इसमें कॉपर मौजूद है जो नयी कोशिकाओं को बनने में मदद करता है इसके साथ ही जिंक, मैगनीस एंटी ऑक्सीडेटिव विषेशताओं से युक्त है। लेकिन इसे खाने के सम्बन्ध में चिकित्सक से परामर्श लें।
FAQS
Q1- अमरंथ की पत्तियों (amaranth) को हिंदी में क्या कहते है ?
A- मरसा या लाल रंग वाली चौलाई।
Q2- रामदाना कैसे मिलता या प्राप्त होता है ?
A- रामदाना चौलाई के बीजों से मिलता है।
Q3- राजगिरा क्या होता है ?
A- राजगिरा को रामदाना, चौलाई व अमरंथ भी कहते है।
Q4- चौलाई के लड्डू के क्या लाभ है ?
A- चौलाई के लड्डू के बहुत से लाभ है जैसे – हड्यियों की कमजोरी दूर करना, आयरन प्राप्त होना, पाचन फिट रखना आदि।
Q5- चौलाई की पत्तों में क्या पाया जाता है ?
चौलाई के पत्तो में आयरन, फॉस्फोरस, मिनिरल्स, विटामिन ए और कैल्शियम खासकर पाया जाता है।