परूषो में Y शुक्राणु बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा
Y शुक्राणु बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा -किसी भी पुरुष में बाँझपन की समस्या हो सकती है यह पिता न बन पाने की असमर्थता को दर्शाता है । इसके लिये कई कारक जिम्मेदार हो सकते है। शुक्राणु में खराबी, उनकी गतिशीलता में कमी, निल स्पर्म काउंट, स्तंभन दोष(erectile dysfunction )आदि। वही होम्योपैथिक इलाज भी पुरुष बाँझपन(male infertility) के लिए कारगर हो सकता है।

पुरुष में y शुक्राणु की कमी क्या है ?
जब परूषो मे स्पर्म संख्या में कमी होती है तो इस स्थिति को ओलिगोस्पर्मिया या y शुक्राणु की कमी कहते है ऐसे में पुरुष बाँझपन(male infertility) जिसमे पुरुषो को संतान उत्पत्ति करने में समस्या होती है। यदि शुक्राणु में कमी स्तंभन दोष या हार्मोन असंतुलन के वजह से हुई तो इसमें होम्योपैथिक दवा असरदार हो सकती है।
पुरुष शुक्राणु को Y शुक्राणु भी कहते है जिसमे y गुणसूत्र होता है और यह स्पर्म प्रोडक्शन, सेक्स स्पेसिलिटी, पुरुषतत्व का विकास करने के लिए जिम्मेदार होता है।
होम्योपैथिक से y शुक्राणु संख्या का इलाज –homeopathic for low sperm count in hindi
पुरुष बांझपन के लिए होम्योपैथिक दवा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाती है और इनसे सबंधित परेशानियों और जटिलताओं को दूर कर सकती है।
मेल इनफर्टिलिटी के लिए करीब 65 से भी अधिक होम्योपैथिक दवाइयाँ हैं यह न केवल सुरक्षित है बल्कि प्रभावी भी है लेकिन किसी अच्छे होम्योपैथिक डॉक्टर से परामर्श लेकर ही इलाज कराये।
स्पर्म काउंट में कमी एक तनाव देने वाली प्रॉब्लम है ऐसे में डॉक्टर रोग की गंभीरता को देखते हुए दवाओं का चयन करते है।
ये होम्योपैथिक दवाएँ एंडोक्राइन सिस्टम के सामान्य कार्य में मदद करती हैं इसलिए इन्हे एडाप्ट जेन्स कहते है। अच्छे रिजल्ट के लिए तकरीबन 6 महीने तक होम्योपैथिक इलाज कराये।
शुक्राणुओ संख्या बढ़ने के लिए होम्योपैथिक दवाएं -homeopathic medicine to increase sperm count in hindi
शुक्राणु की कम संख्या या ओलिगोस्पर्मिया को ठीक करने के लिए कई तरह होम्योपैथिक उपचार हैं। जो इस प्रकार है –
- एग्नस कास्टस(Agnes Costas)
- एनाकार्डियम ओरिएंटलिस
- अर्जेंटम नाइट्रिकम
- कैलेडियम
- कोनियम मैक
पतंजलि में निल शुक्राणु संख्या बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा
होम्योपैथिक उपचार इलाज के दौरान इन कारको पर ध्यान रखता है –
- पीसीओएस
- फैलोपियन ट्यूब में रुकावट
- एंडोमेट्रियोसिस.
- अस्पष्टीकृत बांझपन.
- हार्मोनल असंतुलन और ओव्यूलेशन रिलेटेड समस्या
- गर्भाशय फाइब्रॉएड और सिस्ट
- गर्भपात का इतिहास
- द्वितीयक बांझपन
क्या होम्योपैथी शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में मदद कर सकता है?
हां, होम्योपैथी द्वारा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ने में मदद हो सकती है इसके लिए डॉक्टर रोगी की हर तीसरे महीने वीर्य जाँच के लिए कह सकते है।
होम्योपैथी उपचार के बाद गर्भधारण करने में कितना समय लगेगा?
हर व्यक्ति में इलाज का असर और समय अलग हो सकता है होम्योपैथिक के द्वारा इलाज में सामान्यतः 3 से 4 महीने का वक्त लग सकता है और गर्भधारण के लिए लगभग एक मिलियन शुक्राणुओं की संख्या होनी चाहिए।
बांझपन के लिए होम्योपैथी उपचार, स्वाभाविक रूप से गर्भधारण करने का सबसे अच्छा तरीका है। पुरुष बांझपन के साथ-साथ यह निम्न का भी ख्याल रखता है:
शुक्राणु बढ़ाने लिए होम्योपैथी उपचार के फायदे – benefits homeopthic for low sperm count in hindi
- होम्योपैथी प्राकृतिक और सेफ होती है जो बहुत तेजी से काम करती है।
- होम्योपैथी शुक्राणु बढ़ाने और बाँझपन दूर करने में 85% तक सफलता की दर हो सकती है।
- होम्योपैथिक दवा शुक्राणु की गतिशीलता, मात्रा और उनकी असामान्य आकृतिन भी ठीक की जा सकती है।
- ऐसा कहा जाता है की होम्योपैथिक में कोई हार्मोन नहीं होता है।
- होम्योपैथी उपचार के बाद कम से कम 7 साल तक किसी दूसरे दवा की जरुरत नहीं होती है।
- होम्योपैथी न केवल लो स्पर्म काउंट बढ़ाने में बल्कि में वैरिकोसेले, मूत्र संबंधी असामान्यताओं और हार्मोन असंतुलन का भी इलाज किया जाता है।
- होम्योपैथी एक वृषण व्यक्तियों का भी शुक्राणु सुधारने की छमता रखता है।
y शुक्राणु संख्या बढ़ाने के लिए घरेलू उपाए – Home remedies of low sperm count for best results in hindi
यदि आप चाहते है की हेमोपैथी दवा स्पर्म काउंट के इलाज में बेहतर तरीके से मदद करे तो इन घरेलू उपायों को कर सकते है –
जितनी जल्दी हो सके स्मोकिं करना कम कर दे यह आपके वीर्य को पतला करता है और शुक्राणु की संख्या को कम करने लगता है।
अलकोहल स्त्री और पुरुष दोनों को ही संतान उत्पत्ति में परेशानी दे सकता है। नशा पुरुषो के टेस्टोरॉन स्तर को कम कर देता है।
ताजे जूस, मौसमी फल और सब्जियां खाये।
शरीर में पानी की कमी न होने दे।
फाइबर रिच डाइट ले और जंक फ़ूड कम खाये।
होमियोपैथ इलाज के नुकसान-Side-effects of homeopathic during for low sperm count treatment
होमियोपैथ इलाज के दौरान जी मिचलाना, खुजली, ठण्ड लगना, कब्ज या लूज़ मोशन की परेशानी हो सकती है। यह समस्या हर किसी को नहीं होती है लेकिन यदि यह जल्दी ही ठीक नहीं होती है तो डॉक्टर आपकी दवा में बदलाव कर सकते है या फिर कोई टेस्ट के लिए कह सकते है।
निष्कर्ष
इस लेख में y शुक्राणु बढ़ाने का हेमोपथिक दवा के बारे सामान्य जानकारी दी गयी है कृपया कोई भी इलाज करने से चिकित्सक से सलाह अवश्य ले।