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पतंजलि में थायराइड जड़ से खत्म करने का रामबाण इलाज

थायराइड जड़ से खत्म  –  आयुर्वेद के अनुसार जब व्यक्ति के शरीर में कफ और वात का दोष होता है तब उसे थायराइड जैसी समस्या उप्तन्न हो सकती है। इन्हे संतुलित करने से यह प्रॉब्लम दूर हो सकती है।  इस आर्टिकल में जानिए थायरॉइड जड़ से खत्म करने के क्या उपाए हो सकते है के बारे घरेलू और आयुर्वेदिक तरीके ।

थायराइड जड़ से खत्म करने का रामबाण उपाए-अपने गले को शीशे में देखती महिला
         थायराइड जड़ से खत्म

थायराइड कैसे होता है ?

गले के पास एक थायरॉइड ग्रंथि होती है जिससे थायरॉइड हार्मोन T3 और T4 स्त्रावित होता है।  इसके कम या अधिक होने से हाइपरथाइरॉयडिज़्म या हाइपोथायरायडिज्म की समस्या होने लगती है। वैसे तो, थायरॉइड की अधिकतर महिलाओं में देखने को मिलता है लेकिन अभी यह पुरुषों में भी बढ़ता जा रहा है।  यदि अपनी लाइफस्टाइल और डाइट पर ध्यान दे तो इसे कण्ट्रोल किया जा सकता है वही अगर थायरॉइड गंभीर हो गया है तो डॉक्टर को दिखाने में देर न करे। कुछ घरेलू उपायों के जरिये आपने  थायरॉइड को बैलेंस कर सकते है।

पुरुष एवं महिलाओं में थायराइड के लक्षण

  • कंपकंपी होना
  • तनाव महसूस होना
  • भारी पीरियड्स होना
  • मांसपेशियों में कमजोरी आना
  • बाल मोटे हो सकते है
  • थकावट जल्दी आना
  • ह्रदय गति धीरे चलना
  • अवसाद भी हो सकता है
  • कोलेस्ट्रॉल बढ़ना
  • त्वचा रूखी होना

 

पतंजलि में थायराइड जड़ से खत्म करने का इलाज – Home Remedies of Thyroid In Hindi

बाबा रामदेव ने बताया की संतुलित आहार और योग सिर्फ , शारीरिक एक्टिविटी नहीं है यह तन और मन से जुड़ने का प्रतीक है इसके जरिये किसी भी समस्या का समाधान मिल सकता है।  थायरॉइड जड़ से खत्म करने के लिए आपको प्राणायम, अनुलोम-विलोम की शुरुवात करनी चाहिए यह न सिर्फ थायरॉइड बैलेंस कर सकता है बल्कि अन्य तकलीफे भी दूर होने लगती है।  इसके अलावा सर्वांगसन, शीर्षासन भी करना चाहिए।

अनुलोम-विलोम के लिए पहले शांत से बैठे मन को एकाग्र करने का प्रयास करे, जोर देने की जरुरत नहीं कुछ दिनों में एकाग्र शक्ति बढ़ने लगेगी। एक नाक के छिद्र होने बंद करे और दूसरे छेद से जितना हो सके सांस खींचे और फिर पहले वाले छेद से धीरे-धीरे साँस छोड़े। आपके साँस खींचने की शक्ति भी दखिएगा बढ़ने लगेगी।

शीर्षासन अपने दोनों हाथो को मोड़ कर सिर को सहारा देते हुए सिर को जमीन से टिकाते है और बाकि शरीर को ऊपर उठाया जाता है शुरुवात में दीवार के सहारे भी टिका सकते है।

सर्वांगसन सिर और कंधे को जमीन से टिकाते है और बाकि शरीर को ऊपर उठाते है।

हरा धनिया सिर्फ सजावट के लिए उपयोगी नहीं है बल्कि यह थायरॉइड जैसी बीमारी का रामबाण इलाज है।  जी है, यदि आप धनिये को पूरी रात भिगो कर रख देते है और सुबह अच्छे से छान कर पीते है तो यह थायरॉइड को संतुलित करने का कार्य कर सकता है। दरअसल, धनिया एंटीऑक्सीडेंट और मिनिरल्स के अतिरिक्त सहित विटामिन मौजूद है जो कोलेस्ट्रॉल में कमी, पाचन, मस्तिष्क, ह्रदय के लिए बेहद फ़ायदेमदं होता है।

लौकी तो वैसे भी लोग वजन कम करने, पाचन के लिए और कोलेस्ट्रॉल दूर करने के लिए सेवन करते है लेकिन यह थायरॉइड को जड़ से खत्म करने के भी काम आता है। सुबह खाली पेट लौकी जूस को लेते है थायरॉइड घटाने-बढ़ने की प्रॉब्लम से निजात मिल सकती है।

भोजन में आयोडीन की कमी थायरॉइड होने का सबसे बड़ा कारण हो सकता है इसलिए आयोडीन वाला नमक ले इसके अलावा उन सभी फल और सब्जियों को खाये जिनमे आयोडीन कुछ अंश मौजूद हो।

बहेड़े का काढ़ा, बबूल की छाल का काढ़ा,  हल्दी, अमरूद के पत्ते और एलोवेरा डालकर गरारा करने से थायराइड ठीक हो सकता है।

निष्कर्ष

इस लेख में थायराइड जड़ से खत्म करने के सामन्य उपाए बताये गए है कृपया किसी भी उपायों को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ले।

 

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